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अप्रैल, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

JAC Board 12th result 2024 : स्नेहा रही विज्ञान शाखा में जिले की टॉपर!

JAC Board result 2024: आइए जानते हैं विस्तार से ! जैक बोर्ड ने 12वीं कक्षा की परीक्षा का आयोजन 6 फरवरी से 26 फरवरी तक राज्य के विभिन्न परीक्षा केंद्रों में आयोजित कराई थी, जिसमें 3,44,822 विद्यार्थियों ने इंटरमीडिएट की परीक्षा दिया जिसका रिजल्ट कल 30 अप्रैल को JAC की आधिकारिक वेबसाइट jac. jharkhand.gov.in पर सुबह 11:35 पर प्रकाशित किया गया। विज्ञान ( Science), कला (Arts) व वाणिज्य (commerce) में से किन छात्रों का रहा बेहतर प्रदर्शन ?? विज्ञान में कुल उत्तरीन प्रतिशत 72.70 है और आर्ट्स के कुल छात्रों में से 93.16 % उत्तरीन हैं, वही बात करें कॉमर्स की तो कुल 90.60%  छात्र उत्तरीन हुए। जैक बोर्ड 2024 के विज्ञान (Science) शाखा के टॉपर्स के नाम: इस बार हजारीबाग की रहने वाली स्नेहा ने विज्ञान में 491 अंक प्राप्त कर राज्य में टॉपर बनी। वही रितिका कुमारी 482 अंकों के साथ दूसरे स्थान तथा 480 अंकों के साथ पंकज कुमार साहू तीसरे स्थान पर रहे। टॉप 10 छात्रों की सूची :-  1. स्नेहा                                ...

लोकसभा चुनाव 2024, धनबाद लोकसभा की चुनावी माहौल पर एक नजर ! (लोकसभा चुनाव 2024)

लोकसभा चुनाव में धनबाद का क्या है महत्व? क्यों धनबाद की सीट के लिए इतनी है मारामारी ??? धनबाद लोकसभा 2024 में कौन सी राजनीतिक पार्टी फहराएगी अपनी विजय ध्वज आइए जानते हैं Abhitak के इस रिपोर्ट में ! धनबाद लोकसभा सीट का महत्व: धनबाद संसदीय क्षेत्र झारखंड के महत्वपूर्ण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से अपना अहम योगदान रखता है। कोयला नगरी से प्रचलित धनबाद बराकर नदी के तट पर सुंदरता बिखेरते हुए तथा मैथन बांध जैसे पर्यटक स्थान, साथ ही मां कल्याणल्श्वरी मंदिर भी इसमें चार चांद लगाने का काम करती है। यह स्थान कोयला खानों व औद्योगिक प्रतिष्ठानों के लिए भी जाना जाता है। लगभग 110 कोयला खानों से कुल 27.5 मिलियन टन कोयले का उत्पादन होता है जिससे 7,000 मिलियन रुपए की वार्षिक आय होती है। इन्हें कारणों से भी धनबाद लोकसभा सीट का महत्व और बढ़ जाता है।                                        2011 जनगणना के अनुसार, यहां की जनसंख्या 2,684,478 तथा साक्षरता दर 75.71% है। 1956 में गठित धनबाद की मुख्य नदी दाम...

Electrol Bond Scam: आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला या केवल अपवाह !

क्या है इलेक्टोरल बॉन्ड? बीजेपी के विपक्षी पार्टियां आखिर क्यों इसे आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला बता रहे है??? जानते है इस रिर्पोट में !!! आइए इलेक्टोरल बॉन्ड को समझते हैं! इलेक्टोरल बॉन्ड एक प्रकार का उपकरण है जो प्रोमिसरी नोट ( ऋण या अन्य वित्तपोषण के बदले में धनराशि चुकाने के लिए दो पक्षों के बीच लिखित व हस्ताक्षरित वादा ) और ब्याज बैंकिंग टूल की तरह काम करता है। कोई भी भारतीय नागरिक या संगठन RBI द्वारा निर्धारित KYC मानदंडों को पूरा करने के बाद इन बॉन्डो को खरीद सकता है। इसे दानकर्ता द्वारा SBI की विशिष्ट शाखाओं से 1 हजार से लेकर करोड़ों तक के चेक या डिजिटल भुगतान के माध्यम से खरीदा जा सकता है।                                           यह बॉन्ड 2017 के शुरुआत से लेकर 15 फरवरी, 2024 को सुप्रीम कोर्ट द्वारा असंवैधानिक घोषित किए जाने तक भारत में राजनीतिक दलों के लिए फंडिंग का एक तरीका था। इसकी समाप्ति के बाद, मुख्य न्यायधीश की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की पीठ ने भारतीय ...

नागालैंड के 6 जिलों में 4 लाख मतदाताओं व 20 विधायकों ने आखिर क्यों नहीं किया मतदान ??? लोकसभा चुनाव 2024, (Lok Sabha Election 2024) नागालैंड का विवाद !

क्या है नगालैंड के जानता की नाराजगी का कारण : Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव के रण की शुरूआत हो चुकी है। चुनाव के पहले चरण में, 19 अप्रैल को 21 अप्रैल और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोट डाले गए। इन तमाम सीटों को मिलाकर लगभग 60% वोटिंग हुई। लेकिन नागालैंड का एक हिस्सा (पूर्वी नागालैंड) ऐसा भी था जहां वोटर तो 4 लाख से अधिक थे लेकिन किसी ने भी मतदान नहीं किया, इनके साथ - साथ यहां के 20 विधायकों ने भी वोटिंग नहीं की। नागालैंड के पूर्वी भाग के 6 जिलों में मतदानकर्मी बूथों पर 9 घंटे इंतजार करते रहे, लेकिन एक भी मतदाता नहीं आए।                                           अब सवाल उठता है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ? किसके कहने पर यहां के लोगों ने चुनाव का बहिष्कार किया? नागावासियों की मांगे क्या है? इस घटना के बाद चुनाव आयोग की क्या प्रतिक्रिया रही? आइए सभी चीजों को विस्तार से जानने का प्रयास करते है ।  मतदान क्यों नहीं हुआ : ईस्टर्न नगालैंड पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन (ENPO) , जो ...

लोकसभा चुनाव 2024, दूसरा चरण ! किसका पलड़ा रहा भारी!!! Lok Sabha Election 2024 (Phase 2)

दूसरे चरण के चुनाव में किसका पलड़ा रहा भारी??? लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण की प्रमुख बातें-  18वी लोकसभा चुनाव में इस तपती कड़कती 40° के तापमान में  मतदान 64.7% तक पहुंच गया , जो 2019 में 69.4% था। 26 अप्रैल, शुक्रवार के दिन चरण 2 के चुनाव में 13 राज्यों और केंद्र शासित जम्मू - कश्मीर के 88 लोकसभा क्षेत्रों में मतदान किया गया। बाहरी मणिपुर के 4 उम्मीदवारों सहित 1200 से अधिक उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे है। 543 सीटों में से 190 सीटों पर चुनाव हो गया ।   त्रिपुरा, राजस्थान,महाराष्ट्र,उत्तर प्रदेश,मणिपुर,बिहार,मध्य प्रदेश में मतदान के हाल : त्रिपुरा -  चुनाव आयोग के मतदान ऐप के अनुसार, त्रिपुरा में सबसे अधिक 79.6% मतदान दर्ज किया गया , जो कि 2019 लोकसभा चुनाव से काफी कम हैं। उत्तर प्रदेश - यूपी (8 सीट) में सबसे कम 54.8% मतदान ही हुआ। मणिपुर - मणिपुर (6 सीट) में इस बार 9% से ज्यादा की गिरावट पाई गई। यहां 2019 में 67.6% की तुलना में केवल 58.3% मतदान हुआ। महाराष्ट्र - यहां (8 सीट) में लगभग 55.73% मतदान दर्ज किया गया। बिहार -  बिहार (5 सीट) में  दोपहर तक...

गिरिडीह लोकसभा चुनाव,2024 का क्या है समीकरण ! समझने की कोशिश करते है। Giridih LokSabha Election, 2024

 गिरीडीह लोकसभा का महत्त्व: गिरिडीह लोकसभा  543 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है, जो भारत की चुनावी राजनीति में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस क्षेत्र में गिरिडीह, बोकारो और धनबाद जिला शामिल है। इस संसदीय क्षेत्र में 6 विधानसभा क्षेत्रों ( गिरिडीह,डुमरी, गोमिया,  बेरमो, तुंडी व बाघमारा ) को शामिल किया गया है। राजनीतिक दृष्टिकोण से गिरिडीह लोकसभा हमेशा से ही सुर्खियों का केंद्र बनता आया है और 2024 के चुनाव में मानों यहां राजनीति ने आग ही लगा दी हो।                                     गिरिडीह क्षेत्र पहाड़ियों और जंगलों से घिरा हुआ है । इतिहास के मुताबिक यहां मुगलों का शासन रहा। साथ ही जैनियों के 23 वे और प्रमुख तीर्थंकर पार्श्वनाथ भगवान  यहां विराजमान हैं। नोबल पुरस्कार विजेता व महान वैज्ञानिक सर जगदीश चंद्र बसु   का जन्मस्थली है। इसके अलावा अबरक व कोयला जैसे खनिजों का उत्पादन प्रचुर मात्रा में होता है। गिरिडीह सीट का चुनावी इतिहास : बात करें विगत चुनाव की तो ...

टाइगर जयराम महतो का राजनीतिक विस्तार..... Political spread of Tiger Jairam Mahto....... आइए जानते हैं !!!

 Aakhir कौन है जयराम महतो... जयराम महतो,  जो एक शहीद व आंदोलनकारी पिता ( श्री कृष्ण प्रसाद महतो ) के बेटे है।इनका निवास स्थान  मानटांड,तोपचाची, धनबाद,झारखंड   है, परन्तु इन्होंने अपना बचपन ननिहाल में बिताया।समय बीतता गया, इन्होंने अपना M.A(English) : P.K Roy Memorial College,Dhanbad और P.HD(English ): Binod Bihari Mahto University,Dhanbad से की।                                               इन्होंने झारखंड के मौजूदा हालात को देखते हुए अपने कुछ साथियों से मिलकर झारखंड सरकार के विरोध में पहला आंदोलन, धनबाद के बिरसा मुंडा चौक में दिया।इनका विरोध, झारखंड सरकार द्वारा 24 दिसंबर, 2021 को एक अधिसूचना में राज्य के 11 जिलों में राज्य स्तरीय परीक्षा के लिए झारखंड की बाहरी भाषाओं की सूची में रखे जाने, से था। इस अधिसूचना के बाद झारखंड में भाषा आंदोलन बोकारो,गिरिडीह और धनबाद जिलों के युवकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया। जयराम ने अपने पहले ही आंदोलन में मीडिया के...